शनिवार, 5 जुलाई 2014

एडमिन की पहचान

"इस पेज के एडमिन्स को कैसे पहचाने?"

इस पेज पर अधिकतर पोस्ट्स में एडमिन
अपना नाम नहीं लिखते हैं। लेकिन फिर
भी आप आसानी से पहचान सकते हैं
कि कौनसी पोस्ट किसने लिखी हैं?
-अगर किसी पोस्ट में सारी मात्राएँ
छोटी इ की हैं और बड़ी ई के साथ बैर
सा दीखता हैं। पूरी पोस्ट में कोमा और
फुल स्टॉप का नामो निशान तक नहीं हैं।
विषय वस्तु इतनी मासूम हो की आपके
दिल को छु जाये, तो समझ लीजिये
कि आप 'हिमांशु वोरा' की पोस्ट पढ़ रहे
हैं।
-अगर कोई पोस्ट धर्म
या राजनीती की 50 फीट गहराई में
जाकर लिखी गई, जिसको पढ़कर
आपको ऐसा लगे की आप कोई पहेली पढ़
रहे हैं, जिसमे अगर आंकड़े हो तो शुद्ध
हिंदी (१२३) में हो, कम से कम एक आध हैश
टैग हो, तो समझ लीजिये कि ये 'रजनीश
बरमैया' हैं।
-ये अमूमन महीने में एक बार ही पोस्ट करते
हैं, परन्तु किसी न किसी की टांग खींचते
ही नज़र आयेंगे, या किसी गंभीर विषय पर
कविता प्रस्तुत करेंगे, इनकी सीधी पहचान
ये हैं कि ये पोस्ट के अंत में दो हैश टैग के
बिच अपना नाम कैद कर लेंगे। ये 'अतुल
शुक्ला' हैं।
-पेज को येन-केन-प्रकारेण जीवित
रखना इनका उत्तरदायित्व हैं इसीलिए
अधिकतर पोस्ट चोरी की करते हैं। अंत में
(~) के साथ असली लेखक का नाम
भी लिख देते हैं। जब कभी खुद लिखेंगे
तो डेढ़ दो गज लम्बी ही लिखेंगे। पोस्ट के
अंत में हैश टैग में विषय वस्तु
डालना इनकी आदत हैं। ये 'सुमित
मेनारिया' हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें