शुक्रवार, 25 जुलाई 2014

कुटनीतिक समझ

कूटनीति समझ पाना हम आम आदमीयो के
बस का नही पर कुछ एक को लगता है
की यूएन मे वोट करने के पहले इंडिया के
राजदूतो ने कूटनीतिक सलाहकारो ने
नौकरशाहो ने और प्रधानमंत्री के विदेश
नीति सलाहकारो ने रक्षा सचिव, विदेश
मंत्री ने बातचीत नही की और वहा यूएन मे
जाकर बिना पूछे वोट कर दिया अरे कौन
समझाये की भैया वो वार्ड के चुनाव मे
वोट डालने नही गये थे यूएन मे गये थे
जहा हर काम सोच समझ कर
किया जाता है तो आपकी सोच जहा तक
पहुच ना पाये तो क्यू अपनी दिमाग फ्यूज
पडे 0 वाल्ट के बल्ब को जलाने का प्रयास
करते हो
p.s-नीजि रूप मे ना ले अपने अपने विचार
है

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